कैसे करें कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण
यदि आप कोलेस्ट्रॉल का राक्षस माने जाने वाले अंडे और मछली जैसे खाद्य
पदार्थों से परहेज करते आ रहे हैं तो आपको अपनी राणनीति के बारे में पुनः
विचार करने की जरूरत है। पोषण विशेषज्ञों ने देखा है कि हांलाकि अंडे जैसे
अतुलनीय खाद्य पदार्थ जिनमें कोलेस्ट्रॉल बहुत ज्यादा होता है, ज्यादातर
लोगों पर आहार में उपस्थित इस कोलेस्ट्राल का असर, असली खलनायक सिचुरेटेड
वसा और ट्रांस वसा की तुलना में फीका है। और कुछ उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले
खाद्य जैसे अंडे, निम्न-स्तरीय वसा, कम दामों में प्रोटीन और इसी तरह अन्य
पोषक तत्वों के बेहतरीन स्त्रोत होते हैं।
आहार में उपस्थित कोलेस्ट्राल का प्रभाव
लब्बोलुआब यह है कि आहारीय कोलेस्ट्रॉल रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है, लेकिन दूसरे कारक अधिक महत्वपूर्ण हैं। पूरी तरह तंदुरुस्त लोगों में सामान्य तौर पर, आहारीय कोलेस्ट्रॉल रक्त के स्तरों में नाटकीय रूप से वृद्धि नहीं करता है। पर यह निश्चित ही आमलेट को आर्डर करने के लिए ग्रीन लाईट नहीं है। जरूरत से ज्यादा उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से दूसरे नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, जैसे कुछ लोगों के रक्तचाप की वृद्धि हो जाती है," सन कहते हैं| कोलेस्ट्रॉल एक वसा है जो सीमित मात्रा में ज़िन्दगी और सेहत के लिए ज़रूरी ह। रक्त में कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर का ह्रदय संबंधी समस्याओं से और ह्रदय के रोगों से जो संबन्ध है उसके कारण आपके रक्त में कोलेस्ट्रोल की मात्रा महत्वपूर्ण है। डायबटीज और किडनी के रोगों से पीड़ित लोगों के लिए उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल बहुत घातक सिद्ध हो सकता है।
राष्ट्रीय
कोलेस्ट्रॉल शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत यह सुझाव दिया गया की २० साल से
ज्यादा की उम्र के लोगों के रक्त में कुल कोलेस्ट्रॉल स्तर २०० मिलीग्राम
प्रति डीएल से कम होना चाहिये, एलडीएल जिसे ‘बैड' कोलेस्ट्रोल भी कहते हैं,
का स्तर १०० मिलीग्राम प्रति डीएल से कम होना चाहिये, और ‘गुड'
कोलेस्ट्रोल का स्तर ६० मिलीग्राम प्रति डीएल होना चाहिए जिसे ह्रदय संबंधी
रोगों से बचने के लिए सहायक माना जाता है|
एक और वसा ‘ट्राइग्लिसराइड' का स्तर भी बहुत महत्वपूर्ण है| एक पूर्ण तंदुरुस्त इंसान का ट्राइग्लिसराइड स्तर १५० मिलीग्राम प्रति डीएल से कम होना चाहिये| अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, आहार दिशानिर्देश यह सुझाव देते हैं कि स्वस्थ वयस्कों को ३०० मिलीग्राम प्रति डीएल से कम कोलेस्ट्रोल का सेवन प्रतिदिन करना चाहिये| यही वजह है की अंडे और चिरांट ज्यादा ध्यान आकर्षित करते हैं| एक बड़े अंडे में लगभग १८५ मिलीग्राम प्रति डीएल कोलेस्ट्रॉल होता है, जबकि चिरांट के ३ औंस हिस्से में १०० मिलीग्राम प्रति डीएल से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल होता है|
कुल वसा पर ध्यान दें
केवल आहारीय कोलेस्ट्रोल को कम करना ही रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर घटाने का एक मात्र तरीका नहीं है| पूरे भोजन पर ध्यान देना ज़रूरी है, और कुल वसा के सेवन पर नजर रखने के अपने प्रयासों पर ध्यान केन्द्रित करना जरूरी है| कुछ खाद्य पदार्थों जैसे कुछ विशेष मीट और चीज़ में पाए जाने वाले सैचुरेटेड वसा को, स्वास्थवर्धक मोनोअनसेचुरेटेड वसा और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा में बदलने के लिए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है|
आनुवांशिकीय और जीवन शैली रक्त के कोलेस्ट्रॉल स्तर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं| हमारा शरीर स्वयं का कोलेस्ट्रॉल बनाता है, बिना इस बात की परवाह किये की हम कितना ज्यादा या कितना कम कोलेस्ट्रॉल आहार में लेते हैं| कुछ लोग आनुवांशिक रूप से दुसरे लोगों की तुलना में अधिक कोलेस्ट्रॉल बनाने के लिए संवेदनशील होते हैं| ज्यादा वजन, व्यायाम से बचना और सिगरेट पीने जैसे दूसरे कारक भी इसमें योगदान देते हैं|
एक दिन एक अंडा?
हाँलाकि अंडे को लंबे समय से उच्च कोलेस्ट्रॉल के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़े दुश्मन के रूप में देखा जाता रहा है, किये गए शोध के अनुसार सीमित मात्रा में अंडे का सेवन-प्रतिदिन एक अंडा---एक स्वस्थ व्यक्ति में ह्रदय रोग के खतरे को तेजी से नहीं बढ़ाता है, परन्तु अन्वेषणों से पता चला है कि डायबटीज से ग्रस्त लोगों में अंडा ह्रदय रोगों की संभावनाओं को बढ़ाता है|
"यदि किसी व्यक्ति को दूसरी स्वास्थ समस्याएं जैसे डायबटीज या उच्च कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो उसे अंडे का योक( पीला भाग) नहीं खाना चाहिए, जिसमें कोलेस्ट्रॉल बहुत ज्यादा होता है, इसके बजाय उसे अंडे का सफ़ेद भाग(जर्दी) खानी चाहिए" अध्ययन यही कहते हैं|
उच्च कोलेस्ट्रॉल होने के साथ, अंडे को अक्सर सॉस, चीज़ और बटर जैसे खाद्य पदार्थों के साथ परोसा जाता है, जिनमें सैचुरेटेड वसा ज्यादा होती है| लेकिन अंडे में विटामिन ए, डी एवं बी काम्प्लेक्स विटामिन्स और फोस्फोरस के साथ दूसरे पोषक तत्वों की मात्रा भी अधिक होती है| इनमें ल्युटिन एवं झेक्सेंथिन भी होते हैं जो स्वस्थ दृष्टि को बढाने में मदद करते हैं| .पोषण विशेषज्ञों का कहना है कि किसी व्यक्ति के रक्त स्तर, या पोषक तत्वों पर ध्यान केंद्रित करना, गलत तरीका है| "हर चीज का सीमित मात्रा में उपयोग और संयम" ही, पालन करने के लिए सबसे अच्छा मंत्र है|
आहार में उपस्थित कोलेस्ट्राल का प्रभाव
लब्बोलुआब यह है कि आहारीय कोलेस्ट्रॉल रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है, लेकिन दूसरे कारक अधिक महत्वपूर्ण हैं। पूरी तरह तंदुरुस्त लोगों में सामान्य तौर पर, आहारीय कोलेस्ट्रॉल रक्त के स्तरों में नाटकीय रूप से वृद्धि नहीं करता है। पर यह निश्चित ही आमलेट को आर्डर करने के लिए ग्रीन लाईट नहीं है। जरूरत से ज्यादा उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से दूसरे नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, जैसे कुछ लोगों के रक्तचाप की वृद्धि हो जाती है," सन कहते हैं| कोलेस्ट्रॉल एक वसा है जो सीमित मात्रा में ज़िन्दगी और सेहत के लिए ज़रूरी ह। रक्त में कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर का ह्रदय संबंधी समस्याओं से और ह्रदय के रोगों से जो संबन्ध है उसके कारण आपके रक्त में कोलेस्ट्रोल की मात्रा महत्वपूर्ण है। डायबटीज और किडनी के रोगों से पीड़ित लोगों के लिए उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल बहुत घातक सिद्ध हो सकता है।
एक और वसा ‘ट्राइग्लिसराइड' का स्तर भी बहुत महत्वपूर्ण है| एक पूर्ण तंदुरुस्त इंसान का ट्राइग्लिसराइड स्तर १५० मिलीग्राम प्रति डीएल से कम होना चाहिये| अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, आहार दिशानिर्देश यह सुझाव देते हैं कि स्वस्थ वयस्कों को ३०० मिलीग्राम प्रति डीएल से कम कोलेस्ट्रोल का सेवन प्रतिदिन करना चाहिये| यही वजह है की अंडे और चिरांट ज्यादा ध्यान आकर्षित करते हैं| एक बड़े अंडे में लगभग १८५ मिलीग्राम प्रति डीएल कोलेस्ट्रॉल होता है, जबकि चिरांट के ३ औंस हिस्से में १०० मिलीग्राम प्रति डीएल से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल होता है|
कुल वसा पर ध्यान दें
केवल आहारीय कोलेस्ट्रोल को कम करना ही रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर घटाने का एक मात्र तरीका नहीं है| पूरे भोजन पर ध्यान देना ज़रूरी है, और कुल वसा के सेवन पर नजर रखने के अपने प्रयासों पर ध्यान केन्द्रित करना जरूरी है| कुछ खाद्य पदार्थों जैसे कुछ विशेष मीट और चीज़ में पाए जाने वाले सैचुरेटेड वसा को, स्वास्थवर्धक मोनोअनसेचुरेटेड वसा और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा में बदलने के लिए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है|
आनुवांशिकीय और जीवन शैली रक्त के कोलेस्ट्रॉल स्तर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं| हमारा शरीर स्वयं का कोलेस्ट्रॉल बनाता है, बिना इस बात की परवाह किये की हम कितना ज्यादा या कितना कम कोलेस्ट्रॉल आहार में लेते हैं| कुछ लोग आनुवांशिक रूप से दुसरे लोगों की तुलना में अधिक कोलेस्ट्रॉल बनाने के लिए संवेदनशील होते हैं| ज्यादा वजन, व्यायाम से बचना और सिगरेट पीने जैसे दूसरे कारक भी इसमें योगदान देते हैं|
एक दिन एक अंडा?
हाँलाकि अंडे को लंबे समय से उच्च कोलेस्ट्रॉल के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़े दुश्मन के रूप में देखा जाता रहा है, किये गए शोध के अनुसार सीमित मात्रा में अंडे का सेवन-प्रतिदिन एक अंडा---एक स्वस्थ व्यक्ति में ह्रदय रोग के खतरे को तेजी से नहीं बढ़ाता है, परन्तु अन्वेषणों से पता चला है कि डायबटीज से ग्रस्त लोगों में अंडा ह्रदय रोगों की संभावनाओं को बढ़ाता है|
"यदि किसी व्यक्ति को दूसरी स्वास्थ समस्याएं जैसे डायबटीज या उच्च कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो उसे अंडे का योक( पीला भाग) नहीं खाना चाहिए, जिसमें कोलेस्ट्रॉल बहुत ज्यादा होता है, इसके बजाय उसे अंडे का सफ़ेद भाग(जर्दी) खानी चाहिए" अध्ययन यही कहते हैं|
उच्च कोलेस्ट्रॉल होने के साथ, अंडे को अक्सर सॉस, चीज़ और बटर जैसे खाद्य पदार्थों के साथ परोसा जाता है, जिनमें सैचुरेटेड वसा ज्यादा होती है| लेकिन अंडे में विटामिन ए, डी एवं बी काम्प्लेक्स विटामिन्स और फोस्फोरस के साथ दूसरे पोषक तत्वों की मात्रा भी अधिक होती है| इनमें ल्युटिन एवं झेक्सेंथिन भी होते हैं जो स्वस्थ दृष्टि को बढाने में मदद करते हैं| .पोषण विशेषज्ञों का कहना है कि किसी व्यक्ति के रक्त स्तर, या पोषक तत्वों पर ध्यान केंद्रित करना, गलत तरीका है| "हर चीज का सीमित मात्रा में उपयोग और संयम" ही, पालन करने के लिए सबसे अच्छा मंत्र है|
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